मेरे प्रिय मित्र (कविता) स्वैच्छिक प्रतियोगिता हेतु-02-Aug-2024
विषय- मेरे प्रिय मित्र विधा- संदेश लेखन
सुनो! मेरे मित्र मैं तुम्हें एक बात बताती हूंँ विश्व के प्राचीनतम नगरी की कथा सुनाती हूंँ।
यह सबसे पुरानी नगरी है जहाँ धर्म और साहित्य की भरी गगरी है।
जिसने अनेकानेक कवियों लेखकों को जन्म दिया है। जिनके पौराणिक तथा आधुनिक लेखों ने लोगों को धम्म किया है।
आधुनिक भारत हिंदी का उदय तथा लेखन का विकास यहीं से किया क्योंकि यहांँ बिना लिंग भेद के स्त्री और पुरुष दोनों ने साहित्य को जी भर जिया।
हिंदी साहित्य को पुष्पित और पल्लवित करने में काशी ने अनुपम योगदान दिया भारतेंदु हरिश्चंद्र ने हिंदी के युग प्रवर्तन हेतु अथाह श्रमदान किया।
वो हिंदी साहित्य के क्षितिज पर विराजमान धूमकेतु हैं वाराणसी के लाल शिवप्रसाद सिंह लिखे निबंध शिखरों के सेतु हैं।
काशी है एक ऐसी नगरी जो धर्म, साहित्य को जनमाई पाली-पोसी जगपूरित की दीप व ज्ञान की नगरी कहलाई।
साधना शाही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश